Tuesday, January 5, 2016

R P NISHANK



रमेश पोखरियाल "निशंक"

पद बहाल
२७ जून २००९ – ११ सितम्बर २०११
पूर्वा धिकारी भुवन चन्द्र खण्डूरी
उत्तरा धिकारी भुवन चन्द्र खण्डूरी
चुनाव-क्षेत्र थालिसियाँ

जन्म १५ अगस्त १९५८
पिनानी, पौड़ी गढ़वाल
राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी
धर्म हिन्दू
रमेश पोखरियाल "निशंक" (जन्म १५ अगस्त, १९५८) एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं जो भारतीय जनता पार्टी से हैं और एक हिन्दी कवि भी हैं। वे हरिद्वार क्षेत्र से लोक सभा सांसद है और लोक सभा आश्वासन समिति के अध्यक्ष हैं, डाॅ0 रमेश पोखरियाल जी उत्तराखण्ड राज्य के पाँचवे मुख्यमंत्री रहे हैं।

प्रारम्भिक जीवन

उनका जन्म पिनानी ग्राम, पौड़ी गढ़वाल तत्कालीन उत्तर प्रदेश (अब उत्तराखण्ड) में हुआ था। उनके पिता परमानन्द पोखरियाल और माता विश्वम्भरी देवी हैं।

राजनैतिक जीवन

रमेश पोखरियाल 'निशंक' भारतीय जनता पार्टी से संबंधित एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं।१९९१ में वे प्रथम बार उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए कर्णप्रयाग निर्वाचन-क्षेत्र से चुने गए थे। इसके बाद १९९३ और १९९६ में पुनः उसी निर्वाचन-क्षेत्र से उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए चुने गए। १९९७ में वे उत्तर प्रदेश राज्य सरकार के उत्तरांचल विकास मंत्री बनें। वह 16 वीं लोकसभा में संसद के एक सदस्य है, तथा 2009 से 2011 तक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री थे। वर्तमान में लोकसभा में उत्तराखंड के हरिद्वार संसदीय निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करतें है और भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ सदस्य है। [2]
मुख्यमंत्री
2009 से 2011 तक उत्तराखंड के पाँचवे मुख्यमन्त्री रहें।

डाॅ0 ‘निषंक’ का साहित्य सृजन

डाॅ0 रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ मौलिक रूप से साहित्यिक विधा के व्यक्ति हैं। अब तक हिन्दी साहित्य की तमाम विधाओं (कविता, उपन्यास, खण्ड काव्य, लघु कहानी, यात्रा साहित्य आदि) में प्रकाशित उनकी कृतियों ने उन्हें हिन्दी साहित्य में सम्मानजनक स्थान दिलाया है। राष्ट्रवाद की भावना उनमें कूट-कूट कर भरी हुई है। यही कारण है कि उनका नाम राष्ट्रकवियों की श्रेणी में शामिल है। यह डाॅ0 ‘निशंक’ के साहित्य की प्रासंगिकता और मौलिकता है कि अब तक उनके साहित्य को विश्व की कई भाषाओं (जर्मन, अंग्रेजी, फ्रैंच, तेलुगु, मलयालम, मराठी आदि) में अनूदित किया जा चुका है। इसके अलावा उनके साहित्य को मद्रास, चेन्नई तथा हैंबर्ग विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। उनके साहित्य पर अब तक कई शिक्षाविद् (डाॅ0 श्यामधर तिवारी, डाॅ0 विनय डबराल, डाॅ0 नगेन्द्र, डाॅ0 सविता मोहन, डाॅ0 नन्द किशोर और डाॅ0 सुधाकर तिवारी) शोध कार्य तथा पी.एचडी. रिपोर्ट लिख चुके हैं। अब भी डाॅ0 ‘निशंक’ के साहित्य पर कई राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों (गढ़वाल विश्वविद्यालय, कुमाऊं विश्वविद्यालय, सागर विश्वविद्यालय मध्य प्रदेश, रोहेलखण्ड विश्वविद्यालय, मद्रास विश्वविद्यालय, हैंबर्ग विश्वविद्यालय जर्मनी, लखनऊ विश्वविद्यालय तथा मेरठ विश्वविद्यालय) में शोध कार्य जारी है। डाॅ0 ‘निशंक’ की प्रथम रचना कविता संग्रह समर्पण का प्रकाशन 1983 में हुआ था। तब से अब तक उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और आज भी तमाम व्यस्तताओं के बावजूद उनका लेखन जारी है।
अब तक डाॅ0 ‘निशंक’ की प्रकाशित कृतियां निम्न हैः-

प्रकाशित कृतियाँ

1- समर्पण (कविता संग्रह) 1983
2- नवांकुर (कविता संग्रह) 1984
3- मुझे विधाता बनना है (कविता संग्रह) 1985
4- तुम भी मेरे साथ चलो (कविता संग्रह) 1986
5- रोशनी की एक किरण (कहानी संग्रह) 1986
6- देश हम जलने न देंगे (कविता संग्रह) 1988
7- जीवन पथ में (कविता संग्रह) 1989
8- बस एक ही इच्छा (कहानी संग्रह) 1989
9- मातृभूमि के लिए (कविता संग्रह) 1992
10- क्या नहीं हो सकता (कहानी संग्रह) 1993
11- भीड़ साक्षी है (कहानी संग्रह) 1993
12- मेरे पत्र मेरी कथा, (शहीदों के पत्रों का संकलन) 1996
13- मेजर निराला (उपन्यास) 1997
14- पहाड़ से ऊंचा (उपन्यास) 2000
15- एक और कहानी (कहानी संग्रह) 2002
16- कोई मुश्किल नहीं (कविता संग्रह) 2003
17- मेरे संकल्प (कहानी संग्रह) 2005
18- प्रतीक्षा (लम्बी कविता) 2006
19- ए वतन तेरे लिए (कविता संग्रह) 2006
20- खड़े हुए प्रश्न (कहानी संग्रह) 2007
21- विपदा जीवित है (कहानी संग्रह) 2007
22- बीरा (उपन्यास) 2008
23- निशान्त (उपन्यास) 2008
24- संघर्ष जारी है (कविता संग्रह) 2009
25- धरती का स्वर्गः उत्तराखण्ड (एक), 2009, हिमालय का महाकुम्भः नन्दा देवी राजजात (पावन पारम्परिक यात्रा)
26- छूट गया पड़ाव (उपन्यास) 2010
27- टूटते दायरे (कहानी संग्रह) 2010
28- मील के पत्थर (कहानी संग्रह) 2010
29- अपना पराया (उपन्यास) 2010
30- धरती का स्वर्गः उत्तराखण्ड (दो), 2010, स्पर्श गंगा: उत्तराखण्ड की पवित्र नदियां
31- पल्लवी (उपन्यास) 2010
32- आओ सीखें कहानियों से (बाल कहानियां- हिन्दी एवं अंग्रेजी) 2010
33- सफलता के अचूक मंत्र (व्यक्तित्व विकास- हिन्दी एवं अंग्रेजी) 2010
34- प्रतिज्ञा (उपन्यास) 2011
35- कर्म पर विश्वास करें, भाग्य पर नहीं (व्यक्तित्व विकास) 2011
36- संसार कायरों के लिए नहीं, (स्वामी विवेकानन्द का जीवन प्रबन्धन) 2013
37- स्वामी विवेकानन्द सचित्र कथा (श्रृंखला छः भाग) 2013

विभिन्न भाषाओं में अनूदित कृतियाँ

1- खड़े हुए प्रश्न (कहानी संग्रह) En Kelvikku Ennabathil (तमिल)
2- ऐ वतन तेरे लिए (कविता संग्रह) Tayanade Unakkad (तमिल)
3- ऐ वतन तेरे लिए (कविता संग्रह) Janmabhoomi (तेलुगु)
4- भीड़ साक्षी है (कहानी संग्रह) The Crowd Bears Witness (अंग्रेजी)
5- बस एक ही इच्छा (कहानी संग्रह) Nur Ein Wunsch (जर्मन)
6- खड़े हुए प्रश्न (कहानी संग्रह) Prashnankit (मराठी)
7- खड़े हुए प्रश्न (कहानी संग्रह) Esperances Et Verites(फ्रैंच)
8- क्या नहीं हो सकता (कहानी संग्रह) Sangle Shakya Aahe (मराठी)
9- बस एक ही इच्छा (कहानी संग्रह) बस एक ही इच्छा (गढ़वाली)
10- तुम और मैं (कहानी संग्रह) Du Und Ich (जर्मन)

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